आपको सदैव अपने चित्त में बसाये हुये। आपकी अपनी संस्कारित बेटी। आपको सदैव अपने चित्त में बसाये हुये। आपकी अपनी संस्कारित बेटी।
क्या विवाह करना ही किसी नारी के जीवन का मक़सद होना चाहिये ? क्या विवाह करना ही किसी नारी के जीवन का मक़सद होना चाहिये ?
किन्तु नारी उसकी तरफ़ देखना नहीं चाहती है तो और कि अपेक्षा क्या ? किन्तु नारी उसकी तरफ़ देखना नहीं चाहती है तो और कि अपेक्षा क्या ?
दवा खा ले दर्द की और रसोईघर के काम निपटा ले।" दवा खा ले दर्द की और रसोईघर के काम निपटा ले।"
आने की दस्तक से तुम्हारी मन खुशियों से भर गया। आने की दस्तक से तुम्हारी मन खुशियों से भर गया।
नहीं पापा आप गलत सोच रहे हैं मेरा मतलब मैं आत्मनिर्भर बनना चाहती हूं नहीं पापा आप गलत सोच रहे हैं मेरा मतलब मैं आत्मनिर्भर बनना चाहती हूं